जगद्गुरु स्वामी श्रीमद् रामानन्दाचार्य जी के मंदिर "दर्शन - भवन" का संक्षिप्त इतिहास ।
तेरहवी शताब्दी में
इस देश पर मुगल आक्रमण हो चुका था । एक तरफ़ मुगलो ने भारत वर्ष के श्रद्धा
केन्द्रो
(मन्दिरो) पर आक्रमण करके क्षति पहुचाना प्रारम्भ किया । तलवार के बल पर
धर्मान्तरण प्रारम्भ किया तो दूसरी तरफ़ यह देश छोटे - छोटे राज - रजवाडो
में बांटकर कमजोर होता चला गया।
पोषक ही शोषक बन गए ।
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