ब्रह्मलीन
महान्त ब्रह्मचारी श्री विश्वनाथ दास
शास्त्री जी महाराज (पूर्व
सांसद) की धर्मपुत्री एवं
उत्तराधिकारी महान्त डॉ.ममता शास्त्री
दर्शन भवन जानकी घाट अयोध्या की वर्तमान पीठाधिपति
एवं ठाकुर श्री जानकी जीवन
अक्षय निधि न्यास अयोध्या
की माननीय अध्यक्षा हैं और स्वामी
रामानंद सेवा संस्थान की
प्रमुख संरक्षक हैं।
डॉ.ममता
शास्त्री जी का जन्म
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले
में रोहुआ राजाराम नामक गाँव में
हुआ था।बाल्यकाल से ही डॉ.
ममता शास्त्री विलक्षण प्रतिभा की धनी थीं
। जब श्री विश्वनाथ दास
शास्त्री जी महाराज का
आगमन रोहुआ राजाराम में होता था
तो वे वहाँ अपने
शिष्य श्री कृष्ण मुरारी
प्रसाद जी के यहाँ
निवास करते थे उसी
क्रम में वे बालिका
ममता से बहुत प्रभावित
हुए और उनके माता-पिता से बालिका
को गोद लेने का
आग्रह किया। तत्पश्चात अपनी हाई स्कूल
की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद
अपने माता-पिता श्री
कृष्ण मुरारी प्रसाद एवं श्रीमती श्यामा
देवी की अनुमति से
ममता जी अयोध्या अपने
धर्मपिता श्री विश्वनाथ दास
शास्त्री जी महाराज के
सानिध्य मेंआकर रहने और अध्ययन
करने लगीं ।
अयोध्या
में रहते हुए उन्होंने
डॉ.राम मनोहर लोहिया
विश्वविद्यालय फैज़ाबाद से मनोविज्ञान में
एम.ए. एवं पी.
एच. डी. की उपाधि
प्राप्त की ,एल .एल.
बी .किया, लखनऊ विश्वविद्यालय से
परामर्श चिकित्सा में परास्नातक डिप्लोमा
किया,एवं सम्पूर्णानन्द संस्कृत
विश्वविद्यालय वाराणसी से शास्त्री की
उपाधि प्राप्त की।
वर्ष 2009 में
डॉ. ममता शास्त्री जी
का विवाह बस्ती जिले के कनेथू
बुजुर्ग गाँव के निवासी
एवं सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री
अशोक कुमार मिश्र से सम्पन्न हुई
और इनकी एक पुत्री
है जिसका नाम वैदेही बाबू
है जो आर्मी स्कूल
फैज़ाबाद में छात्रा है।राष्ट्रीय अध्यक्ष
स्वामी रामानंद सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अशोक मिश्र जी ब्रम्हलीन महान्त श्री विश्वनाथन दास शास्त्री जी महाराज (पूर्व सांसद) के शिष्य हैं और वर्तमान समय में सर्वोच्च न्यायालय में अधिवक्ता के रूप कार्यरत हैं ।श्री अशोक मिश्र जी का जन्म उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के कनेथू बुजुर्ग नामक गाँव में 12 अगस्त 1977 को हुआ था।श्री अशोक मिश्र जी के पिता श्री परमात्मा प्रसाद मिश्र एक साधरण किसान और माता श्रीमति सावित्री मिश्रा एक कुशल गृहणी थीं। इनकी प्रारंभिक शिक्षा गाँव के ही प्राईमरी स्कूल में हुयी। तत्पश्चात हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की शिक्षा प्राप्त करके अशोक मिश्र जी श्री अयोध्या पुरी में श्री विश्वनाथन दास शास्त्री जी महाराज के सानिध्य में आकर बी. एस. सी .एवं एल. एल. बी .की उपाधि प्राप्त की और पूज्य श्री महाराज जी के आशीर्वाद एवं प्रेरणा से सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली में वकालत का कार्य प्रारंभ किया। अपने वकालत के बहुत व्यस्ततम जीवन से समय निकालकर श्रीअशोक मिश्र जी सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार हेतु दर्शन भवन पीठ श्री अयोध्या पुरी के समस्त आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यों के साथ-साथ स्वामी रामानंद सेवा संस्थान की गतिविधियों में मनोयोग से सहयोग करते हैं।
जय श्री राम।
ReplyDeleteराकेश डिडवानिया नासिक 9420807123